सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोलने की न्यूनतम राशि को 1000 रुपए से घटाकर 250 रुपए कर दिया है। सालाना न्यूनतम राशि को भी 1000 से घटाकर 250 रुपए कर दिया है। इस नियम को बदलने के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवाएंगे।
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना खाता : सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 साल की उम्र होने तक लड़की के अभिभावक यह खाता खुलवा सकते हैं। गर्ल चाइल्ड के नाम पर इस सेविंग स्कीम को मोदी सरकार ने लांच किया था। योजना को सुगम बनाने के लिए सरकार ने सुकन्या समृद्धि अकाउंट रूल्स 2016 में संशोधन किया है
गिरता लिंगानुपात हर वर्ग के लिए चिंता का विषय बन चुका है। महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य जरूरतों के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की है।
सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य बेटियों
की पढ़ाई और उनकी शादी पर आने वाले खर्च को आसानी से पूरा करना है। योजना
के अंतर्गत बेटी की पढ़ाई व शादी के लिए डाक विभाग के पास ‘सुकन्या समृद्धि
योजना’ का अकाउंट खुलवाया जा सकता है। डाक विभाग के किसी भी पोस्ट ऑफिस के
साथ अकाउंट खोलने के लिए सुविधा सेंटर में भी अलग काउंटर खुलेगा। यहां
जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा कराने के बाद अकाउंट खुलया जा सकेगा।
यह है योजना:
* सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में बेटी के नाम से एक साल में 1 हजार से लेकर 1 लाख पचास हजार रुपए जमा कर सकता है।
* यह पैसा अकाउंट खुलने के 14 साल तक ही जमा करवाना होगा और यह खाता बेटी के 21 साल की होने पर ही मैच्योर होगा।
* योजना के नियमों के अंतर्गत बेटी के 18 साल के होने पर आधा पैसा निकलवा सकते हैं।
* 21 साल के बाद खाता बंद हो जाएगा और पैसा पालक को मिल जाएगा।
* अगर बेटी की 18 से 21 साल के बीच शादी हो जाती है तो अकांउट उसी वक्त बंद हो जाएगा।
* पोस्ट ऑफिस के अलावा कई सरकारी व निजी बैंक भी इस योजना के तहत खाता खोल रही हैं।
* सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खातों पर आयकर कानून की धारा 80-जी के तहत छूट दी जाएगी।
* पालक अपनी दो बेटियों के लिए दो अकाउंट भी खोल सकते हैं।
* जुड़वां होने पर उसका प्रूफ देकर ही पालक तीसरा खाता खोल सकेंगे। पालक खाते को कहीं भी ट्रांसफर करा सकेंगे।
योजना के अंतर्गत 2015 में कोई व्यक्ति
1,000 रुपए महीने से अकाउंट खोलता है तो उसे 14 साल तक यानी 2028 तक हर साल
12 हजार रुपए डालने होंगे। मौजूदा हिसाब से उसे हर साल 8.6 फीसदी ब्याज
मिलता रहेगा तो जब बच्ची 21 साल की होगी तो उसे 6,07,128 रुपए मिलेंगे। गौर
करने वाली बात यह है कि 14 सालों में पालक ने अकाउंट में कुल 1.68 लाख
रुपए ही जमा करने पड़े। बाकी के 4,39,128 रुपए ब्याज के हैं।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज:
* बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र
* एड्रेस प्रूफ
* आईडी प्रुफ
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