इनकम टैक्स रिटर्न भरने के नियमों में हर साल हो रहे बदलाव और डिजिटल हो रहे तरीकों से करदाताओं को आईटीआर फाइल करने में दिक्कत आती है। यही कारण है कि करदाता गलतियां करते हैं। अगर कोई करदाता खुद से इनकम टैक्स रिटर्म नहीं भरना चाहता तो वह ऑनलाइन टैक्स फाइलिंग वेबसाइट्स की मदद ले सकता है। ऑनलाइन टैक्स फाइलिंग वेबसाइट्स के संचालक की मानें तो ये कंपनियां करदाताओं के आईटीआर भरने को आसान बनाती हैं। इसके लिए बहुत कम चार्ज लेती हैं। कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो इसके लिए कोई चार्ज नहीं लेती हैं। यदि कोई करदाता खुद इनकम टैक्स रिटर्न ना भरकर इन कंपनियों से भरवाना चाहता है तो कम से कम 250 रुपए देने होते हैं। आज हम ऐसी ही कुछ कंपनियों के बारे में बता रहे हैं।
कैसे काम करती हैं ये वेबसाइट्स ?
इन वेबसाइट्स के काम करने का तरीका लगभग एक ही जैसा है। अगर आप नौकरीपेशा हैं और इन वेबसाइट्स की मदद से आपको टैक्स भरना है तो आपको फार्म-16 इलेक्ट्रानिक फार्मेट में अपलोड करना होता है। एचआर ब्लॉक डॉट कॉम और क्लीयर टैक्स डॉट इन वेबसाइट में ऐसी सुविधा है कि साफ्टवेयर स्वत : ही फार्म -16 से करदाता की डिटेल को पढ़ता है और आय -व्यय के साथ ही निवेश को घटाकर टैक्सेबल इनकम निकाल लेता है। इसी के अनुसार आईटीआर भरते हैं।
कितनी फीस लेती हैं ये वेबसाइट्स ?
टैक्स स्पैनर करदाता का इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए 249 रुपए वसूलता है वहीं क्विको डॉट कॉम इसके लिए 299 रुपए वसूलता है। अगर किसी नौकरीपेशा करदाता को आईटीआर फाइल करने के लिए कोई सलाह की जरूरत है तो वह थोड़ी ज्यादा फीस वाली सुविधा ले सकता है। ऑनलाइन टैक्स फाइल करने वाली कंपनियां कंसल्टेंट के तौर पर सीए को रखती हैं। जिनसे जरूरत पड़ने पर सलाह ली जा सकती है। एडवेंचर ब्लॉक इंडिया और क्विको डॉट कॉम चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ मिलकर काम करती हैं। अगर करदाता चार्चर्ड अकाउंटेंट से बात करना चाहे तो सीमित समय के लिए 500 से 1000 रुपए की फीस देकर सलाह ले सकता है।
रिटर्न भरने में होती है आसानी
इन वेबसाइट्स की मदद लेने से इनकम टैक्स रिटर्न भरना आसान हो जाता है। करदाता के पास फार्म-16 इलेक्ट्रानिक फार्मेट में है तो 15 मिनट में आईटीआर भर जाता है। क्योंकि इसमें ब्योरा भरते समय आय-व्यय, निवेश, पूंजीगत लाभ -हानि की गणना सॉफ्टवेयर खुद कर लेता है। इसके बाद आपसे कुछ सवाल पूछे जाते हैं। इस डिटेल के आधार पर आपका आईटीआर फार्म निर्धारित किया जाता है। इन कंपनियों के पास सवालों की एक लिस्ट होती हैं जिसके जवाब के आधार पर सब कुछ स्पष्ट होता जाता है।
गलतियों पर लगती है विराम
ऑनलाइन इनकम टैक्स फाइल करने वाली कंपनियों की मदद से आईटीआर भरने में गलती की आशंका बहुत ही कम होती है। क्योंकि पेशेवर एक्सपर्ट पहले से सारी जानकारी और जरूरी दस्तावेज जुटा लेते हैं। जिससे कि बाद में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो। इससे रिवाइज फार्म नहीं भरना पड़ता। सही फार्म भरने से आयकर अधिकारियों को एक ही बार आईटीआर फार्म का मूल्यांकन करना पड़ता है। इससे उनका भी समय बचता है।
गलती हुई तो करदाता होगा जिम्मेदार
कंपनियों और करदाताओं की तमाम सावधानियों के बाद भी कई बार आईटीआर भरते समय गलती हो जाती है। ऐसे मामलों में सारी जिम्मेदारी करदाता की होती है। क्योंकि सारी जानकारी करदाता ही उपलब्ध कराता है। पिछले साल ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें आयकर विभाग ने करदाता को नोटिस भेज दिया। करदाता अपीलीय न्यायाधिकरण में गया। करदाता का कहना था कि कंपनी ने गलत डिटेल भर दी है। इस पर न्यायाधिकरण ने कहा कि ब्योरा तो आपने उपलब्ध कराया था। इसलिए सारी डिटेल करदाता को चेक कर लेनी चाहिए।
ऑनलाइन टैक्स रिटर्न फाइल करने वाली वेबसाइट्स
| क्रम | वेबसाइट्स के नाम |
| 1. | क्विको डॉट कॉम |
| 2. | टैक्स स्पैनर डॉट कॉम |
| 3. | क्लीयर टैक्स डॉट इन |
| 3. | माई आटी रिटर्न डॉट कॉम |
| 4. | एचआर ब्लॉक डॉट कॉम |
| 5. | टैक्स क्लाउड इंडिया |
| 6. | इंडिया फाइलिंग्स डॉट कॉम |
| 7. | बैंक बाजार डॉट कॉम |
| 8. | टैक्स मैन डॉट कॉम |
| 9. | इन्फोर्मेटिव डॉट कॉम |
| 10. | एचएंडआर ब्लाक इंडिया |
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