रायपुर। सावधान...राजधानी रायपुर में एक बार फिर से बाहरी ठग गिरोह ने दस्तक दे दी है। गिरोह के सदस्य बैंकों के बाहर रेकी कर पैसा जमा करने के लिए आने वाले लोगों को निशाने पर ले रहे हैं।
गंज थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित पीएनबी की शाखा में चार दिन पहले जिस तरीके पैसा जमा करने आए आटो पार्ट्स दुकान के नौकर सुभाष साहू को झांसे में लेकर दो शातिरों ने उसका मोबाइल और नकद 49 हजार रुपये लेकर फरार हुए, उससे साफ है कि गिरोह ने बाकायदा रेकी करने के बाद वारदात की।
लिहाजा पुलिस ने भी लोगों को बैंक में सावधान रहने के साथ किसी भी अनजान व्यक्ति के झांसे व लालच में न आने की अपील की है। फिलहाल ठगों का सुराग नहीं मिल पाया है।
राजधानी में हर साल दिगर प्रांतों के आधा दर्जन से अधिक ठग गिरोह की सक्रियता बारिश के बाद से दीवाली तक बनी रहती है। एक-एक गिरोह में दो से तीन सदस्य होते हैं और दिनभर बैंकों के बाहर और भीतर रेकी करने के बाद ऐसे व्यक्ति को शिकार बनाता है जो आसानी से उनके झांसे में आ जाए।
ध्यान भटकाकर ठगी
नोटों की जगह कागज का बंडल थमाकर ठगी करने वाले बाहरी ठग गिरोह के सदस्य हमेशा ध्यान भटकाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। इस दौरान पीड़ित को उन पर जरा भी शक नहीं होता। बैंक में घुसने के बाद गिरोह के सदस्य किसी एक को टारगेट में लेकर बातचीत करता है।
इसी दौरान अन्य सदस्य बैंक में ग्राहक बनकर आस-पास खड़े रहते हैं, ताकि किसी को उन पर शक न हो। उसके बाद एक सदस्य पीड़ित से बात करता है तो दूसरा उसका ध्यान बंटाता है। जब झांसे में पीड़ित आ जाता है, तब रकम लेने वाला तत्काल बैंक से भाग निकलता है। इस बीच अन्य सदस्य लोगों को बैंक के अंदर ही उलझाए रखते हैं, ताकि साथी को भागने का पूरा मौका मिल सके।
ये हैं गिरोह के तरीके
बैंकों में पैसा जमा करने आने वाले लोगों को ठग गिरोह के सदस्य अधिक रकम का लालच देकर कागज की गड्डी थमाकर उनके असली नोट यह कहकर ले लेते हैं कि हमारे पैसे अधिक हैं, इसे रख लो।
इसके साथ जेवरों की सफाई के बहाने बर्तन में पानी गरम करवाकर मंगवाते हैं और उसमें केमिकल के साथ जेवरों को डालकर पांच-दस मिनट बाद निकाल लेने की समझाइश देकर चले जाते हैं। बाद में पता चलता है कि हाथ की सफाई से असली जेवरों को जेब में रखकर उसकी जगह पीतल, लोहा, तार या अन्य वस्तु को बर्तन में छोड़ जाते हैं।
गैंग का मूवमेंट आसपास
पुलिस अफसरों का दावा है कि पीएनबी में पैसा जमा करने आए नौकर से पैसे ठगकर फरार गिरोह के सदस्यों का मूवमेंट राजधानी में ही बना हुआ है। लिहाजा उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
गंज थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित पीएनबी की शाखा में चार दिन पहले जिस तरीके पैसा जमा करने आए आटो पार्ट्स दुकान के नौकर सुभाष साहू को झांसे में लेकर दो शातिरों ने उसका मोबाइल और नकद 49 हजार रुपये लेकर फरार हुए, उससे साफ है कि गिरोह ने बाकायदा रेकी करने के बाद वारदात की।
लिहाजा पुलिस ने भी लोगों को बैंक में सावधान रहने के साथ किसी भी अनजान व्यक्ति के झांसे व लालच में न आने की अपील की है। फिलहाल ठगों का सुराग नहीं मिल पाया है।
राजधानी में हर साल दिगर प्रांतों के आधा दर्जन से अधिक ठग गिरोह की सक्रियता बारिश के बाद से दीवाली तक बनी रहती है। एक-एक गिरोह में दो से तीन सदस्य होते हैं और दिनभर बैंकों के बाहर और भीतर रेकी करने के बाद ऐसे व्यक्ति को शिकार बनाता है जो आसानी से उनके झांसे में आ जाए।
ध्यान भटकाकर ठगी
नोटों की जगह कागज का बंडल थमाकर ठगी करने वाले बाहरी ठग गिरोह के सदस्य हमेशा ध्यान भटकाकर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। इस दौरान पीड़ित को उन पर जरा भी शक नहीं होता। बैंक में घुसने के बाद गिरोह के सदस्य किसी एक को टारगेट में लेकर बातचीत करता है।
इसी दौरान अन्य सदस्य बैंक में ग्राहक बनकर आस-पास खड़े रहते हैं, ताकि किसी को उन पर शक न हो। उसके बाद एक सदस्य पीड़ित से बात करता है तो दूसरा उसका ध्यान बंटाता है। जब झांसे में पीड़ित आ जाता है, तब रकम लेने वाला तत्काल बैंक से भाग निकलता है। इस बीच अन्य सदस्य लोगों को बैंक के अंदर ही उलझाए रखते हैं, ताकि साथी को भागने का पूरा मौका मिल सके।
ये हैं गिरोह के तरीके
बैंकों में पैसा जमा करने आने वाले लोगों को ठग गिरोह के सदस्य अधिक रकम का लालच देकर कागज की गड्डी थमाकर उनके असली नोट यह कहकर ले लेते हैं कि हमारे पैसे अधिक हैं, इसे रख लो।
इसके साथ जेवरों की सफाई के बहाने बर्तन में पानी गरम करवाकर मंगवाते हैं और उसमें केमिकल के साथ जेवरों को डालकर पांच-दस मिनट बाद निकाल लेने की समझाइश देकर चले जाते हैं। बाद में पता चलता है कि हाथ की सफाई से असली जेवरों को जेब में रखकर उसकी जगह पीतल, लोहा, तार या अन्य वस्तु को बर्तन में छोड़ जाते हैं।
गैंग का मूवमेंट आसपास
पुलिस अफसरों का दावा है कि पीएनबी में पैसा जमा करने आए नौकर से पैसे ठगकर फरार गिरोह के सदस्यों का मूवमेंट राजधानी में ही बना हुआ है। लिहाजा उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
No comments:
Post a Comment