पिछले महीने जून में सिंगापुर में उत्तर कोरियाई नेता किम
जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुए शिखर सम्मेलन का
असर अब दिखाई दे रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया
ने अपने मिसाइल परीक्षण स्थलों को नष्ट करना शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों
के एक समूह ने ये जानकारी दी है। ट्रंप और किम के बीच हुए ऐतिहासिक शिखर
सम्मेलन के बाद उत्तर कोरिया की तरफ से ये बेहद कारगर कदम माना जा रहा है।
38 उत्तर कोरियाई समूह के अनुसार, सोहे सैटेलाइट लांचिंग स्टेशन के वाणिज्यिक उपग्रह से ये तस्वीर सामने आई है जिसमें दिखाया गया है कि प्योंगयांग ने अपने एक निर्माणाधीन भवन को नष्ट कर रहा है साथ ही साथ एक रॉकेट इंजन टेस्ट स्टैंड को भी नष्ट कर रहा है जिसका इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइल लांच के लिए किया जाता था।

बताया जाता है कि उत्तर कोरिया के उत्तरपश्चिमी तट पर स्थित सोहे में अंतरिक्ष की कक्षा में उपग्रह स्थापित करने के लिए रॉकेट परीक्षण का काम किया जाता था। इसके अलावा रॉकेट इंजन का मुख्य रुप से मिसाइल लांच के लिए इस्तेमाल किया जाता था। विशेषज्ञों का मानना है कि प्योंगयांग के अंतरिक्ष कार्यक्रमों और हथियार परीक्षणों के लिए यह एक प्रमुख स्थल था।
उत्तर कोरियाई विशेषज्ञ जोसेफ ने कहा कि सिंगापुर में समिट के दौरान किम जोंग ने ट्रंप के साथ जो वादा किया था उसे पूरा करने की दिशा में यह पहला कदम है। जोसेफ ने आगे कहा कि सोहे उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए तकनीक के विकास में अहम भूमिका निभाता रहा है।
इन प्रयासों ने उत्तर कोरिया की तरफ से अमेरिका पर एक विश्वास कायम किया है। अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि हालांकि पेंटागन प्योंगयांग की इन गतिविधियों पर करीब से नजर नहीं रख रहा है, यह रडार पर नहीं है। आपको बता दें कि इसके पहले ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के साथ वार्ता सफल रही है
38 उत्तर कोरियाई समूह के अनुसार, सोहे सैटेलाइट लांचिंग स्टेशन के वाणिज्यिक उपग्रह से ये तस्वीर सामने आई है जिसमें दिखाया गया है कि प्योंगयांग ने अपने एक निर्माणाधीन भवन को नष्ट कर रहा है साथ ही साथ एक रॉकेट इंजन टेस्ट स्टैंड को भी नष्ट कर रहा है जिसका इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइल लांच के लिए किया जाता था।

बताया जाता है कि उत्तर कोरिया के उत्तरपश्चिमी तट पर स्थित सोहे में अंतरिक्ष की कक्षा में उपग्रह स्थापित करने के लिए रॉकेट परीक्षण का काम किया जाता था। इसके अलावा रॉकेट इंजन का मुख्य रुप से मिसाइल लांच के लिए इस्तेमाल किया जाता था। विशेषज्ञों का मानना है कि प्योंगयांग के अंतरिक्ष कार्यक्रमों और हथियार परीक्षणों के लिए यह एक प्रमुख स्थल था।
उत्तर कोरियाई विशेषज्ञ जोसेफ ने कहा कि सिंगापुर में समिट के दौरान किम जोंग ने ट्रंप के साथ जो वादा किया था उसे पूरा करने की दिशा में यह पहला कदम है। जोसेफ ने आगे कहा कि सोहे उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए तकनीक के विकास में अहम भूमिका निभाता रहा है।
इन प्रयासों ने उत्तर कोरिया की तरफ से अमेरिका पर एक विश्वास कायम किया है। अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि हालांकि पेंटागन प्योंगयांग की इन गतिविधियों पर करीब से नजर नहीं रख रहा है, यह रडार पर नहीं है। आपको बता दें कि इसके पहले ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के साथ वार्ता सफल रही है
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