गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिसकर्मी द्वारा महिला पत्रकार से आपत्तिजनक व्यवहार का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि आरोपी पुलिसकर्मी महिला पत्रकार के घर पासपोर्ट नवीनीकरण के सत्यापन के लिए गया था. इसी दौरान उसने पत्रकार के साथ आपत्तिजनक व्यवहार किया. साहिबाबाद की वसुंधरा कालोनी में रहने वाली पत्रकार ने ट्विटर पर इस घटना की शिकायत करते हुए लिखा कि पुलिसकर्मी ने उनसे कहा, “ मैंने आपके सत्यापन का काम कर दिया. अब आप मुझे क्या देंगी ?” इसके बाद पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर गले लगने को कहा. गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया और मामले की जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि आरोपी प्रशिक्षु प्रशिक्षु एसआई देवेंद्र चौधरी 12 जुलाई को महिला पत्रकार के घर सत्यापन के लिए गया था. इसी दौरान उसने आपत्तिजनक व्यवहार किया.
गाजियाबाद के पुलिस प्रमुख वैभव कृष्ण ने बताया कि आरोपी प्रशिक्षु प्रशिक्षु एसआई देवेंद्र चौधरी को निलंबित कर दिया गया है और जांच के आदेश दे दिये गए हैं. उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच की जिम्मेदारी इंदिरापुरम सर्किल के सहायक पुलिस अधीक्षक रवि कुमार को सौंपी गयी है. अधिकारी ने बताया कि जांच पूरी करने के बाद कार्रवाई शुरू की जाएगी और अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगी. आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में भी एक महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था. जेएनयू के छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग किया था. इसी दौरान महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़ हुई थी. प्रदर्शनकारियों को रोकने के दौरान ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने फोटो पत्रकार के साथ बदसलूकी की और उसका कैमरा भी छीन लिया था. वहीं एक अखबार की महिला पत्रकार के साथ भी छेड़छाड़ की गई थी.
गाजियाबाद के पुलिस प्रमुख वैभव कृष्ण ने बताया कि आरोपी प्रशिक्षु प्रशिक्षु एसआई देवेंद्र चौधरी को निलंबित कर दिया गया है और जांच के आदेश दे दिये गए हैं. उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच की जिम्मेदारी इंदिरापुरम सर्किल के सहायक पुलिस अधीक्षक रवि कुमार को सौंपी गयी है. अधिकारी ने बताया कि जांच पूरी करने के बाद कार्रवाई शुरू की जाएगी और अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होगी. आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में भी एक महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था. जेएनयू के छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग किया था. इसी दौरान महिला पत्रकार के साथ छेड़छाड़ हुई थी. प्रदर्शनकारियों को रोकने के दौरान ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने फोटो पत्रकार के साथ बदसलूकी की और उसका कैमरा भी छीन लिया था. वहीं एक अखबार की महिला पत्रकार के साथ भी छेड़छाड़ की गई थी.

No comments:
Post a Comment