गैजेट डेस्क. इंस्टाग्राम सिम हैकिंग का मुकाबला करने के लिए ऐप आधारित 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन तकनीक पर काम कर रहा है। इस तकनीक की मदद से मोबाइल नम्बर खोने या हैक होने पर भी यूजर्स का इंस्टाग्राम अकाउंट सुरक्षिक रहेगा और वह बिना मोबाइल नम्बर के अपना अकाउंट ऐक्सेस कर पाएंगे।
पिछले साल शुरू किया था मोबाइल आधारित ऑथेंटिकेशन : इंस्टाग्राम ने पिछले साल मार्च में पहली बार मोबाइल नम्बर आधारित 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन शुरू किया था। एसएमएस आधारित 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन यूजर्स का फोन खोने और सिम कार्ड हैक हो जाने पर उनके अकाउंट को नुकसान होने से नहीं बचा पाता है। सिम हैक करके हैकर्स दूसरा नम्बर निकाल कर यूजर्स का अकाउंट ऐक्सेस कर सकते है।
गूगल डुओ जैसे ही हो सकता है ये सिक्योरिटी फीचर : इस समस्या के समाधान के लिए इंस्टाग्राम, गूगल डुओ और गूगल ऑथंटिकेटर जैसी ही ऐप आधारित 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन तकनीक डेवलप करने का प्रयास कर रहा है। इसके तहत ऐप मोबाइल नम्बर से अलग एक टेम्पोरेरी की या टोकन जेनेरेट करेगा। इस की या टोकन का इस्तेमाल करके यूजर्स अकाउंट ऐक्सेस कर सकते हैं, लेकिन सिम हैकर्स यूजर्स के इंस्टाग्राम अकाउंट को ऐक्सेस नहीं कर पाएंगे।
फेसबुक ने भी अपने सिक्योरिटी फीचर में किया है बदलाव : इंस्टाग्राम ने इस फीचर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स में ये कहा गया है कि यूजर्स को एसएमएस बेस्ड या टोकन बेस्ड ऑथेंटिकेशन चुनने का विकल्प होगा। इंस्टाग्राम टोकन बेस्ड की ऑथेंटिकेशन को प्रेफर करेगा। हाल ही में फेसबुक ने अपनी 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन की पूरी प्रक्रिया को बदल दिया है। अब फेसबुक के यूजर बिना मोबाइल नम्बर रजिस्टर किए उसके सिक्योरिटी फीचर का यूज कर सकते हैं।

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