Friday, 27 July 2018

Beach पर नहीं पी सकेंगे शराब, इस तारीख से लग जाएगा BAN

बैन के बावजूद आप बीच पर शराब पीते हैं तो वहां की पुलिस सख्ती के साथ आप पर कार्यवाही करेगी. साथ ही प्लास्टिक कूड़ा फैलाने पर 100 रु. के बदले 2500 रु. जुर्माना वसूलेगी.

अगर आप गोवा जाने का प्लैन कर रहे हैं और शराब के शौकीन हैं तो एक बार इस खबर को पढ़िए. क्योंकि अब आप गोवा में जाकर बीच पर शराब नहीं पी सकेंगे. जी हां, गोवा सरकार ने बीच पर शराब पीने पर बैन लगा दिया है, जिसे 15 अगस्त के बाद से सख्ती से लागू कर दिया जाएगा.

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर का कहना है कि गोवा में समुद्र के पास दिनोंदिन फैलती जा रही शराब की बोतलें, प्लास्टिक कूड़ा और महिलाओं की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए शराब को बीच के पास पीने पर बैन लगाया गया है.
अगर इस बैन के बावजूद आप बीच पर शराब पीते हैं तो वहां की पुलिस सख्ती के साथ आप पर कार्यवाही करेगी. साथ ही प्लास्टिक कूड़ा फैलाने पर 100 रु. के बदले 2500 रु. जुर्माना वसूलेगी.

इस फैसले के बाद अब कोई भी टूरिस्ट गोवा के बीच पर बैठकर शराब नहीं पी पाएगा. लेकिन लाइंसेस प्राप्त रेस्टोरेंट्स या बार में शराब पी जा सकती है.


Chandra Grahan - - यहां देख सकते हैं Lunar Eclipse 2018 का लाइव स्ट्रीम


शुक्रवार देर रात आपका एक और अनोखे खगोलीय घटना से सामना होगा। हम बात कर रहे हैं चंद्र ग्रहण की। Lunar Eclipse 2018 आज रात होगा। बता दें कि अगले 100 साल तक का यह सबसे लंबा चंद्र ग्रहण है। भारत के लोग भी चंद्र ग्रहण 2018 को देख पाएंगे। लेकिन मॉनसून के कारण मौसम खलल डाल सकता है और मैट्रो शहर में तो प्रदूषण भी विलेन की भूमिका निभा सकता है। हालांकि, टेक्नोलॉजी की दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। भले ही आप खुली आंखों से Chandra Grahan 2018 का लुत्फ नहीं उठा पाएं, लेकिन टेक्नोलॉजी आपकी मदद के लिए हाज़िर है।

Lunar eclipse 2018 लाइव स्ट्रीम का वक्त, यहां देखें

कई यूट्यूब चैनल पर Lunar Eclipse 2018 को लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। मकसद साफ है, कोई भी शख्स इस सदी के सबसे लंबे चंद्र ग्रहण को देखने का मौका नहीं चूके। भारतीय समयानुसार लाइव स्ट्रीम 27 जुलाई 2018 की रात साढ़े 11 बजे शुरू हो जाएगा। आप चाहें तो इस आर्टिकल में इंबेड किए गए वीडियो पर नज़र आ रहे प्ले बटन को क्लिक करके गैजेट्स 360 की वेबसाइट से ही Chandra Grahan 2018 का मज़ा ले सकते हैं। बता दें कि आंशिक चंद्र ग्रहण रात 11 बजे 44 मिनट पर शुरू होगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण का आगाज सुबह 1 बजे होगा।



भारत में पूर्ण चंद्र ग्रहण का वक्त

विज्ञान की भाषा में कहें तो चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते है जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। ऐसा तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा लगभग एक सीधी रेखा में आते हैं। पूर्ण चंद्र ग्रहण 28 जुलाई सुबह 1 बजे शुरू हो जाएगा। बता दें कि चांद रात 1 बजकर 15 मिनट पर पृथ्वी की छाया में पूरी तरह से आ जाएगा। ऐसी स्थिति सुबह 2 बजकर 43 मिनट तक बनी रहेगी। इस दौरान चांद पूरी तरह से लाल रंग का हो जाएगा जिसे Blood Moon के नाम से जाना जाता है। चंद्र ग्रहण सुबह 4 बजकर 58 मिनट तक लगा रहेगा। लेकिन प्रभाव उतना खूबसूरत नहीं होगा।


पूर्ण चंद्र ग्रहण 28 जुलाई सुबह 1 बजे शुरू हो जाएगा

27 जुलाई 2018 को लगने वाला चंद्र ग्रहण, 9 जून 2123 तक का सबसे लंबा Lunar Eclipse होगा। इसकी कई वजहें हैं इनमें से एक है अपनी-अपनी परिधि में चंद्रमा और धरती का एक-दूसरे से सबसे दूर होना है। इस कारण चांद आम तौर से ज़्यादा छोटा नज़र आता है। खासकर सुपर मून से बेहद ही छोटा, जब चांद धरती के सबसे करीब होता है।

क्या है Blood Moon?

27 जुलाई को होने वाले चंद्र ग्रहण में दिखेगा Blood Moon भी जुलाई 2018 में लगने वाला चंद्र ग्रहण में ब्लड मून भी देखने को मिलेगा। इस दौरान चांद लाल रंग का नज़र आएगा। ऐसा तब होता है जब कुछ समय के लिए पूरा चांद अंतरिक्ष में धरती की छाया से गुजरता है। इस दौरान सूर्य की रोशनी धरती के वायुमंडल से गुजरते वक्त बिखर जाती है। इस दौरान लाल रंग के तरंग ब्लू और बैंगनी रंग के तरंगों की तुलना में कम बिखरते हैं। इस कारण से हमें ऐसा प्रतीत होता है कि चांद पूरी तरह से लाल हो गया है।

चंद्र ग्रहण से पहले कांगड़ा में आया भूकंप


हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश के बीच शुक्रवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में दोपहर में भूकंप आया. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.8 मापी गई. भूकंप का यह झटका दोपहर 1.42 बजे आया. कांगड़ा में आए भूकंप के इस झटके से लोग सहम से गये हैं. दरअसल, हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बीते कई दिनों से बारिश हो रही है और उसके बाद भूकंप के ये झटके उन्हें और भी ज्यादा डरा सकता है. बता दें कि इससे पहले भी हिमाचल प्रदेश में जून महीने में करीब तीन बार भूकंप आ चुके हैं.
मौसम विभाग की मानें तो हिमाचल प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में आज भारी से बहुत भारी बारिश हुई. प्रदेश में केलांग सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे से राज्य में मानसून बहुत सक्रिय है. यहां मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि सोलन , बिलासपुर और मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान मंडी जिले के गोहर में मूसलाधार बारिश हुई.
खास बात है कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में यह भूकंप ऐसे वक्त में आया है, जब आज इस सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण है. यह साल का दूसरा चंद्र ग्रहण है. यह ग्रहण रात 11.54 से शुरू होकर अगले दिन 28 जुलाई सुबह 3.49 तक रहेगा, यानी यह पूर्ण चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2018) 1 घंटे 48 मिनट तक बना रहेगा. इस बार Guru Purnima के दिन चंद्रग्रहण पड़ रहा है. यह एक दिव्य संयोग माना जा रहा है. इससे पूर्व 16 साल पहले वर्ष 2000 में ऐसा संयोग बना था.

वरिष्ठ नागरिक करेंगे मुफ्त तीर्थयात्रा

दिल्ली सरकार ने राजधानी के 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को मुफ्त तीर्थयात्रा कराने का फैसला लिया है 
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नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने राजधानी के 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को मुफ्त तीर्थयात्रा कराने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज संवाददाताओं को बताया कि सरकार ने दिल्ली के रहने वाले 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थयात्रा कराने का निर्णय किया है।

श्री सिसोदिया ने बताया कि तीर्थयात्रियों को वातानुकूलित बसों से यह यात्रा कराई जायेगी। तीन दिन और दो रात की यात्रा में सरकार होटल में रहने, बस और भोजन का खर्च उठाने के साथ ही नागरिक का दो लाख रुपए का बीमा भी करायेगी। उन्होंने बताया कि शुरुआत में पांच तीर्थस्थलों का चयन किया गया है।
इसमें मथुरा, वृन्दावन, हरिद्वार, ऋषिकेश, नीलकंठ, पुष्कर, अजमेर, अमृतसर,वाघा और वैष्णो देवी शामिल हैं।

पार्टनर के साथ रात में रोमांटिक पल

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किसी भी व्यक्ति के लिए दिनभर की थकान के बाद सोने का समय सबसे आरामदायक होता है। हर व्यक्ति के लिए नींद सबसे सुकून भरा होता है। नींद के सुकून का आनंद तब और बढ़ जाता है, जब पार्टनर साथ में हो। पार्टनर के साथ रात में रोमांटिक पल और अच्छी नींद के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा।

कोई भी व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सोने पर सबसे कंफर्टेबल फील करता है। ऐसे में अगर आप अपने पार्टनर के साथ अच्छी नींद लेना चाहते हैं तो आपको ये काम करने पड़ेंगे तभी अच्छी नींद आएगी।

रखें इन बातों का ध्यान

  • सोने से पहले पार्टनर के साथ होने पर मोबाइल, लैपटॉप आदि का यूज न करें।
  • इससे आप पार्टनर के साथ टाइम बिता पाएंगे और आपको अच्छी नींद आएगी।
  • पार्टनर के साथ सोने पर ध्यान रहे कि बेडरूम का माहौल रोमांटिक हो। 
  • रोमांटिक माहौल होने पर कपल्स भी रोमांटिक होते हैं, जिससे एक ऐसा हार्मोन रिलीज होता है, जिससे अच्छी नींद आती है।
  • चादर या ब्लैंकेट ऐसा हो जिसे आप दोनों आसानी से ओढ़ सकें और आपकी नींद खराब न हो।
  • आरामदायक गद्दे का ही इस्तेमाल करें, जिससे आप दोनों कंफर्टेबल फील करेंगे और अच्छी नींद आएगी।
  • अच्छी नींद के लिए आप पार्टनर के साथ सेक्स भी कर सकते हैं।
  • संबंध बनाने से ऐसा हार्मोन रिलीज होता है, जिससे तनाव कम हो जाता है और बेहतर नींद आती है।
  • रोमांटिर बातें या प्यार भरी बातें करने से रिश्ता मजबूत होता है।
  • रात में अच्छी नींद के लिए रोमांटिक टॉक्स करें।

गर्भावस्था में गाना सुनना होता है फायदेमंद

ज्यादातर लोगों को गाने सुनना पसंद होता है। किसी भी तरह की सिचुएशन क्यों न हो लोग अपना मूड गाना सुनकर ही ठीक करते हैं। हां अंतर इतना होता है कि मूड के हिसाब से गाने की च्वाइसेस अलग-अलग होती हैं। ठीक उसी तरह प्रेग्नेंसी में भी गाना सुनना महिला और उसके बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है।

ऐसा कहा जाता है कि अच्छी प्रेग्नेंसी के लिए गर्भवती महिला का खुश रहना बहुत जरूरी है। जितना ज्यादा गर्भवती महिला टेंशन से दूर रहकर खुश रहेगी प्रेग्नेंसी में उसे उतनी ही कम प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ेंगी।

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हाल ही में हुई एक रिसर्च में इस बात की पुष्टि की गई है कि गर्भावस्था के दौरान म्यूजिक थेरेपी या यूं कहें गाना सुनना महिला और बच्चे दोनों के लिए बेहतर होता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान महिला में कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव होते रहते हैं, जिसके कारण महिला का मूड स्विंग होता रहता है और वह चिड़चिड़ी भी हो जाती है।

कुछ महिलाएं तो तनाव में आ जाती हैं। इन सबके बावजूद अगर महिला अच्छे-अच्छे गाने सुनेंगी तो न सिर्फ उसका मूड अच्छा होगा बल्कि वह हैप्पी भी फील करेगी।

 रिसर्च में यह भी बताया गया है कि गर्भवती महिला के गाना सुनने पर गर्भ में पल रहे बच्चे पर सकारात्मक असर पड़ता है और विकास भी सही ढ़ंग से होता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि सारा दिन गाना सुनना हानिकारक हो सकता है।

 प्रेग्नेंसी में गाने सुनने के फायदे
  • तनाव दूर हो जाता है।
  • किसी भी तरह की कोई बात मन से निकालने में मदद मिलती है।
  • मेंटल एनर्जी स्ट्रॉन्ग होती है और महिला खुश रहती है।
  • महिला के खुश रहने से शारीरिक और मानसिक रूप से फायदा होता है।
  • महिला के खुश रहने पर बच्चे पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा होगा और वह हेल्दी बनेगा।

इन चीजों को खाने से कमजोर होती हैं हड्डियां

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किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है कि उसकी हड्डियां मजबूत हों, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। आजकल युवाओं में भी हड्डियां कमजोर होने की शिकायत सुनने को मिलती है। दरअसल, हड्डियों का कमजोर या मजबूत होना खान-पान पर निर्भर करता है।

रोजमर्रा की जिंदगी में खान-पान का सही संतुलन बहुत जरूरी है। साथ ही किसी भी चीज की अधिकता आपकी हड्डियों को कमजोर कर सकता है।

अक्सर लोग जाने-अनजाने में ऐसी चीजों का सेवन करने लगते हैं, जिसका हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है।

 इन चीजों का सेवन करें कम
  • जंक फूड्स में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, जिसकी वजह से शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम होती हैं और हड्डियां कमजोर होती हैं।
  • कुछ लोग विटामिंस के लिए सप्लीमेंट्स लेते हैं, जिसका शरीर पर बुरा असर पड़ता है और हड्डियों की मजबूती कम होती जाती है।
  • ज्यादा मात्रा में कॉफी पीने से हड्डियां कमजोर होती हैं, क्योंकि इसकी कैफीन की मात्रा बोन माल डेंसिटी कम करता है और हड्डियां कमजोर होती है।
  • चॉकलेट में भी कैफीन होता है। चॉकलेट खाने से शरीर में शुगर और ऑक्सिलेट लेवल बढ़ता है, जिससे हड्डियां कमजोर होती हैं।
ज्यादा मात्रा में शराब पीने से शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी होती है और हड्डियां कमजोर होती हैं।
  • ज्यादा मीठा खाने की वजह से भी हड्डियों पर असर पड़ता है।
  • चिप्स, नमकीन जैसे स्नैक्स खाने से भी हड्डियां कमजोर होती हैं।

भूलकर भी न खाएं पपीता, नहीं तो सेहत पर होगा उल्टा असर


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पपीते में प्रोटीन, फाइबर समेत कई तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन इन लोगों को पपीता भूलकर भी नहीं खाना चाहिए।पपीते में बहुत सारे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जिसे खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पपीता खाने से शरीर को कई सारे पोषक तत्व मिलते हैं। लेकिन पपीता सेहत के लिए जितना फायदेमंद होता है उतना ही इन लोगों के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है।

ये बात आप सभी लोग जानते होंगे कि फल खाना हमारे शरीर के लिए बहुल लाभदायक होता है, लेकिन इन फलों में से कुछ ऐसे फल भी होते हैं, जिनका सेवन हमारे शरीर के लिए नुकसानदेह भी होता है। दरअसल ये बात सच्चाई है कि फल खाने के फायदों को देखते हुए खई लोग कई तरह के फलों का सेनव रोजाना करते हैं।
ऐसे में अगर आपसे कोई कहे की पपीता खाने से नुकसान भी होता है, तो आपक शायद उसकी बातों को न माने क्योंकि पपीता एक ऐसा फल है जिसमें कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं। लेकिन यह बात बीलकुल सही की पपीता खाने से नुकसान भी होता है। तो चलिए आज जानते है गर्भवती महिलाओं को पपीता नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे गर्भपात की संभावना बढ़ जाती है
जानकारों के अनुसार पपीता गर्भाशय को संकुचित कर देता है जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है
गर्भवती महिलाएं जब मां बनती है तो इसके कुछ दिनों बाद तक पपीता नहीं खाना चाहिए
इस दौरान पपीता खाने से उनके बच्चे पर बुरा असर पड़ता है
पपीते में पपेन नामक पदार्थ होता है जो शिशु के लिए घातक हो सकता है
गले के लिए भी नुकसानदेह होता है, अगर आप दिन में कई बार पपीता खाते हैं तो गले संबंधित कई तरह के बीमारियों का शिकार हो सकते हैं
पपीते में लेटेक्स नामक पदार्थ होता है जो आपके शरीर के एलर्जी से ग्रसित कर सकता है
ब्लडप्रेशर के मरीज को भी पपीते के सेवन से दूर रहना चाहिए
अगर आप बीपी की दवा ले रहे हैं तो पपीते का
इन लोगों को नहीं खाना चाहिए पपीता
  • गर्भवती महिलाओं को पपीता नहीं खाना चाहिए। पपीते के सेवन से गर्भपात का खतरा रहता है।
  • हाई या लो ब्लड प्रेशर के लोगों को पपीता नुकसा कर सकता है और उनकी मुसीबत बढ़ सकती है।
  • किडनी स्टोन या पथरी के मरीजों को पपीता खाने से बचना चाहिए।
  • कैरोटेनेमिया नामक रोग से ग्रसित लोगों के पपीता खाने पर उन्हें स्किन से जुड़ी समस्या हो सकती है।
  • बच्चे को स्तनपान कराने वाली महिलाओं के पपीता खाने पर मां और बच्चे पर गलत असर पड़ता है।
  • दस्त होने पर व्यक्ति को पपीता नहीं खाना चाहिए। इससे पेट से जुड़ी समस्याएं और बढ़ जाती हैं

मोबाइल ऐप में मिलेगी योजनाओं और प्रमाणपत्रों के बनवाने की जानकारी

संचार क्रांति में बांटे जाने वाले 50 लाख सरकारी मोबाइल में आधा दर्जन ऐप ऐसे हैं, जिनमें सरकार की ज्यादातर योजनाआें की पूरी जानकारी है। इसी के साथ एक हमर ऐप भी है, जिसमें लोग सरकार को अपने सुझाव भी दे सकते हैं। लेन देन के लिए इसमें केंद्र सरकार द्वारा तैयार किया गया भीम ऐप भी है। इसके माध्यम से ऑनलाइन भुगतान भी किया जा सकेगा। कई तरह के प्रमाणपत्रों के बनवाने की भी सारी जानकारी रहेगी।
प्रदेश सरकार की संचार क्रांति योजना में अब जल्द ही मोबाइल बांटने का सिलसिला प्रारंभ होने वाला है। सरकार ग्रामीण महिलाआें के साथ शहरी महिलाआें और कॉलेज के विद्यार्थियों को जो मोबाइल देने वाली है, उस मोबाइल में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाआें की जानकारी देने वाले ऐप भी रखे गए हैं।
इन ऐप के माध्यम से जहां मोबाइल लेने वालों काे योजनाआें की जानकारी हो सकेगी, वहीं ये लोग अपने जान पहचान वालों को भी योजनाआें की जानकारी दे सकेंगे। ऐसा माना जाता है कि ग्रामीणों के पास सरकारी योजनाआें की सही जानकारी नहीं पहुंच पाती, जिसके कारण वे योजनाआें का लाभ नहीं ले सकते। अब जबकि सरकार मुफ्त मोबाइल बांटने जा रही है, ताे इन मोबाइल में योजनाआें की जानकारी का समावेश किया गया है।

ऐप में क्या-क्या जानकारी
मोबाइल में करीब आधा दर्जन ऐप के माध्यम से सरकारी योजनाआें की जानकारी दी गई है। इसमें पहला ऐप सूचनात्मक सेवाआें वाला है। इस ऐप में सरकारी निर्देशिका, सरकारी रिकार्ड सेवा जीआरएस और अन्य, विभिन्न योजनाआें के फार्म, चेक लिस्ट, शुल्क, टाइम लाइन, वतर्मान में चल रही सरकारी योजनाआें की जानकारी, बिजली बिल। एक ऐप में लेन देन की सेवाआें की जानकारी है।
इसमें परिवहन से संबंधी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, नवीनीकरण, वाहन पंजीयन, फिटनेस प्रमाणपत्र आदि, विभिन्न बिलों के भुगतान, जीएसटी रिटर्न की ई फाइलिंग, आय, जाति, मूल निवास और अन्य प्रमाणपत्रों की जानकारी, पीडीएस का इलेक्ट्रानिक फार्म, पेंशन की जानकारी है। मोर ऐप जानकारी में पेशे के मुताबिक जानकारी का विवरण है, इसमें किसानों के लिए कृषि बाजार के साथ सारी जानकारी है।
विद्यार्थियों के लिए रोजगार के अवसर की जानकारी है। इसी में कई तरह के आवेदनों की जानकारी के साथ भूमि अभिलेख और अपने जिलों के अधिकारियों सहित मंत्रियों से चेटिंग की भी सुविधा है।
आनलाइन आरटीआई, कैरियर परामर्श, रक्तदान करने वालों की सूची भी है। एक ई मनादी ऐप है, जिसमें सरकार की नई घोषणाएं, आपदा की सूचना व सलाह, सरकार की नई योजनाआें, नीतियों की जानकारी के साथ सरकारी समाचारपत्र भी होंगे।
हमर राय वाले ऐप में लोग सरकार को उसकी योजनाआें के लिए अपनी राय दे सकेंगे। एक ऐेप में डायल 112 के साथ अन्य किसी भी तरह की मदद के लिए कहां संपर्क कर सकते हैं, इसकी जानकारी होगी।

गुरु पूर्णिमा 2018: कलयुग के महान गुरु

गुरु के प्रति अपना आदर और सम्मान प्रगट के करने के लिए आषाढ़ महीने की शुक्ल पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। इस बार यह गुरू पूर्णिमा 27 जुलाई, शुक्रवार को है। गुरु पूर्णिमा के मौके पर हम आपको भारत के दस उन महान गुरुओं के बारे में बताने जा रहे  हैं जिनका आदर न सिर्फ देवता करते थे बल्कि दानव भी उनसे शिक्षा ग्रहण करते थे।

महर्षि वेदव्यास
प्राचीन भारतीय ग्रन्थों के अनुसार महर्षि वेदव्यास को प्रथम गुरु का दर्जा प्राप्त है। तभी तो गुरु पूर्णिमा वेदव्यास को समर्पित है। महर्षि वेदव्यास भगवान विष्णु के अवतार माने जाते थे। इनका पूरा नाम कृष्णदै्पायन व्यास था। महर्षि वेदव्यास ने ही वेदों, 18 पुराणों और महाकाव्य महाभारत की रचना की थी। महर्षि के शिष्यों में ऋषि जैमिन, वैशम्पायन, मुनि सुमन्तु, रोमहर्षण आदि शामिल थे। महर्षि वेदव्यास 8 चिरंजीवियों में एक है जो आज भी जीवित हैं।

महर्षि वाल्मीकि
रामायण की रचना महर्षि वाल्मीकि ने की थी। महर्षि वाल्मीकि कई तरह के अस्त्र-शस्त्रों के आविष्कारक माने जाते  हैं। भगवान राम और उनके दोनो पुत्र लव-कुश महर्षि वाल्मीकि के शिष्य थे। लव-कुश को अस्त्र-शस्त्र चलाने की शिक्षा महर्षि वाल्मीकि ने ही दी थी जिससे महाबलि हनुमान को बंधक बना लिया था।

गुरु द्रोणाचार्य
महाभारत में धृतराष्ट्र और गांधारी के 100 पुत्रों और राजा पांडु के 5 पुत्र इनके शिष्य थे। द्रोणाचार्य एक महान धनुर्धर गुरु थे गुरु द्रोण का जन्म एक द्रोणी यानि एक पात्र में हुआ था और इनके पिता का नाम महर्षि भारद्वाज था और ये देवगुरु बृहस्पति के अंशावतार थे। अर्जुन और एकलव्य ये दोनो श्रेष्ठ शिष्य थे। अपने वरदान की रक्षा करने के लिए इन्होनें एकलव्य से उसका अंगूठा गुरु दक्षिणा के रुप में मांग लिया था। गुरु द्रोण देवगुरु बृहस्पति के अंशावतार थे। दुर्योधन, दु:शासन, अर्जुन, भीम, युधिष्ठिर आदि इनके प्रमुख शिष्यों में शामिल थे।

गुरु विश्वामित्र
विश्वामित्र महान भृगु ऋषि के वंशज थे। विश्वामित्र के शिष्यों में भगवान राम और लक्ष्मण थे। विश्वामित्र ने भगवान राम और लक्ष्मण को कई अस्त्र-शस्त्रों का पाठ पढ़ाया। एक बार देवताओं से नाराज होकर उन्होंने अपनी एक अलग सृष्टि की रचना कर डाली थी।

परशुराम
परशुराम आज भी जीवित गुरु है। धार्मिक मान्यता के अनुसार कलयुग में भी वह जीवित है। परशुराम जन्म से ब्राह्रमण लेकिन स्वभाव से क्षत्रिय थे उन्होंने अपने माता-पिता के अपमान का बदल लेने के लिए पृथ्वी पर मौजूद समस्त क्षत्रिय राजाओं का सर्वनाश कर डाला था। परशुराम के शिष्यों में भीष्म, द्रोणाचार्य और कर्ण जैसे योद्धा का नाम शामिल है।

दैत्यगुरु शुक्राचार्य
गुरु शुक्राचार्य राक्षसो के देवता माने जाते है उनका असली नाम शुक्र उशनस है। गुरु शुक्राचार्य को भगवान शिव ने मृत संजीवनी दिया था जिससे कि मरने वाले दानव फिर से जीवित हो जाते थे। गुरु शुक्राचार्य ने दानवों के साथ देव पुत्रों को भी शिक्षा दी। देवगुरु बृहस्पति के पुत्र कच इनके शिष्य थे।

गुरु वशिष्ठ
गुरु वशिष्ठ की गिनती सप्तऋषियों में भी होती है। सूर्यवंश के कुलगुरु वशिष्ठ थे जिन्होंने राजा दशरथ को पुत्रेष्टि यज्ञ करने के लिए कहा था जिसके कारण भगवान राम,लक्ष्मण,भरत और शुत्रुघ्न का जन्म हुआ था। इन चारों भाईयो ने इन्ही से शिक्षा- दीक्षा ली थी।

देवगुरु बृहस्पति
बृहस्पति को देवताओं के गुरु की पदवी प्रदान की गई है। देवगुरु बृहस्पति रक्षोघ्र मंत्रों का प्रयोग कर देवताओं का पोषण एवं रक्षा करते हैं तथा दैत्यों से देवताओं की रक्षा करते हैं। युद्ध में जीत के लिए योद्धा लोग इनकी प्रार्थना करते हैं।

गुरु कृपाचार्य
गुरु कृपाचार्य कौरवों और पांडवों के गुरु थे। भीष्म ने इन्हें पाण्डवों और कौरवों को शिक्षा-दिक्षा देने के लिए नियुक्ति किया था। कृपाचार्य अपने पिता की तरह धनुर्विद्या में निपुण थे। कृपाचार्य को चिरंजीवी होने का वरदान भी प्राप्त था। राजा परीक्षित को भी इन्होंने अस्त्र विद्या का पाठ पढ़ाया था

Thursday, 26 July 2018

27 जुलाई को लगेगा 21 वीं सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण, न करें ये काम

27 जुलाई की रात खग्रास चंद्रग्रहण लगने वाला हैं| चंद्रग्रहण तब लगता हैं जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है| चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा के दिन ही लगता है। इस चंद्रग्रहण को भारत के अलावा अन्य देशो में भी देखा जा सकता हैं| इस दिन प्राकृतिक आपदा आने की आशंका जताई जा रही हैं| हमारे हिन्दू धर्म में चंद्रग्रहण को शुभ नहीं माना जाता हैं| इस चंद्रग्रहण को ब्लड मून कहा जा रहा हैं|
मान्यता हैं की जब चंद्रग्रहण लगे तब भोजन ना करे| यदि कोई इस दिन भोजन ग्रहण करता हैं वो पापी माना जाता हैं| ग्रहण लगने से 9 घंटे पूर्व तक आप भोजन ना करे| इसके अलावा बच्चे, बूढ़े और रोगी साढ़े चार घंटे पूर्व भोजन कर सकते हैं| जब सूतक लगने वाला हो तो आप अपने घर के खाने, पुजा स्थल, आलमारियाँ इत्यादि जगहों पर तुलसी और कुश के पत्ते डाल देना चाहिए|
इससे आपकी वस्तुएँ दूषित नहीं होती हैं| ग्रहण पूरा होने के बाद आप इन पत्तों को उठा कर फेंक दे| ग्रहण के दिन आप स्नान करते वक्त किसी भी मंत्र का जाप ना करे| संभव हो सके तो आप इस दिन किसी नदी में स्नान करे| ग्रहण के समय किसी भी नुकीली चीज का प्रयोग ना करे| ग्रहण समय गर्भवती महिलाओं को अपना खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि ग्रहण का असर बच्चे पर पड़ सकता हैं|
माना जाता हैं की इसका प्रभाव 108 दिनों तक रहता हैं| सूतक काल को भी शुभ नहीं माना जाता हैं| इसलिए इसदिन गर्भवती महिलाए घर में रहकर इस मंत्र ” ॐ क्षीरपुत्राय विह्माहे अमृत तत्वाय धीमहि तन्नो चंद्र प्रचोदयात” का जाप करे| इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव महिला और शिशु पर नहीं पड़ता हैं या फिर आप नारियल भी अपने गोद में लेकर बैठ सकती हैं| गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए|

मिनटों में बनाएं शुद्ध देसी घी

हम अपनी रोटी, दाल व चावल में शुद्ध देसी घी डालते है। मलाई से देसी घी सेहत के लिए इसे बहुत ज़रूरी माना गया है। आप बस नीचें दिए विधि से मलाई का देसी घी बना सकते है। शुद्धता की गारंटी और पैसे भी बचेंगे। इसे बनाना बहुत आसान होता है। मलाई से देसी घी बनाने में बहुत समय लगता है, पर जब आप अपने बनाए घी की सुगंध महसूस करेंगे तब आप सब भूल जाएँगे। मलाई से देसी घी व् खोया रेसिपी/ विधि हिन्दी व इंग्लीश (English) में उपलब्ध है।
ताज़ा दूध उबालिए।
ठंडा होने के लिए रख दे।
अब दूध रेफ्रिजरेटर में रखे।
4 घंटे बाद, ठंडा होने पर, आप एक मोटी परत दूध पर देखेंगे।
आप छेद वाली करछुल से उसे निकालिए।
यह मलाई है।

Ingredient: कम से कम 2 कप ताज़ी मलाई

एक गहरा कटोरा लीजिए।
अब मलाई कटोरे में डालिए और करछुल से ज़ोर से घुमाए।
आप बिना रुके मलाई में करछुल घूमाते जाइए।
आप देखेंगे पहले मलाई पानी सी होगी और फिर घुमाने पर गाढ़ा होता जाएगा।
अब सफेद मक्खन, दूधिया पानी से अलग हो जाएगा।
सफेद मक्खन को दूधिया पानी से निकाले।
अब मक्खन को आप पानी से धो ले।
आपका सफेद मक्खन खाने के लिए तैयार है।

कड़ाही लीजिए।
उसे तेज आँच पर चढ़ाए।
आप इसमें मक्खन को डालिए और चलाइए, जिससे वो कड़ाही के तल्ले में न चिपके।
आप मक्खन को पिघलते हुए देखेंगे।
Note – घी बनाते वक़्त आपको थोड़ी थोड़ी देर में करछुल से चलाते रहना है, जब तक घी बन न जाए।
अब उबाल का इंतेज़ार करे, फिर गैस धीमी करे।

Boil in Butter उबाल
थोड़ी देर बाद सफेद मक्खन का रंग भूरा हो जाएगा।
थोड़ी थोड़ी देर में करछुल से चलाते रहना है।

Butter little pinkish मक्खन गुलाबी होते हुए
थोड़ी देर बाद आप देखेंगे की चारो तरफ से घी निकल रहा है।

Ghee is Visible घी दिख रहा है
घी दिख रहा है

थीमी आंच पर रखें, थोड़ी देर में पूरा घी निकल आएगा, आप करछुल से थोड़ी थोड़ी देर में चलाते रहे।
घी जब एकदम बनने वाला होता है तो उसमें झाग बनता है, अगर वो आपकी बर्तन से बाहर निकल रहा हो तो उसमें पानी के छींटे दे दें और आंच धीमी कर ले।


आपका शुद्ध देसी घी बन गया है।
आप देख सकते है की घी उपर तैर रहा है और नीचे भूरे रंग का खोया है।
शुद्ध देसी घी को ठंडा होने दीजिए।
अब एक डब्बा और छन्नी लीजिए, और घी को छान कर डब्बे में डालिए।

Khoya in Strainer छाननी में निकला हुआ खोया
अब आपका घी खोए से अलग हो गया है।
जब डब्बे में घी ठंडा हो जाए तब आप ढक्कन लगा कर उसे रेफ्रिजरेटर में रख दीजिए।
आपका शुद्ध देसी घी व् खोया इस्तेमाल के लिए तैयार है।

इन चीजों से फैलती है ज्यादा बीमारियां

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वैसे तो सभी लोग घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई करते हैं लेकिन इसके बाद भी ज्यादातर बीमारियां घर से ही पनपती हैं। रोजमर्रा में इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ होम एप्लायंसेज ऐसे हैं, जिनकी अगर सही तरीके से साफ-सफाई न की जाए तो वह आपको और बीमार कर सकते हैं।

हाल ही में एप्लायंसेज वेबसाइट की तरफ से कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है कि 71 प्रतिशत लोग ऐसे हैं तो घर में यूज होने वाले होम एप्लायंसेज की सफाई की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।


साल भर में सफाई के मुताबिक सर्वे के नतीजे

  • वॉशिंग मशीन (कपड़े धोने की मशीन)- एक बार सफाई
  • डिश वॉसर (बर्तन धोने की मशीन)- तीन बार सफाई
  • माइक्रोवेव ओवन- दो बार सफाई
  • फ्रिज- आठ बार सफाई
साल में इन एप्लायंसेज की जाने वाली सफाई बहुत कम है और कम सफाई के कारण कीटाणु ज्यादा पनपते हैं। इनसे खतरनाक बीमारी होने के चांसेस रहते हैं।

फ्रिज

फ्रिज की सही तरह से सफाई न होने पर ई.कोली, साल्मोनेला और लिस्टरिया जैसे खतरनाक कीटाणु पनपने के चांसेस रहते हैं। इन कीटाणुओं की वजह से खाना खराब होने और पेट से जुड़ी दिक्कतें होने का खतरा ज्यादा रहता है।

वॉशिंग मशीन

ज्यादातर घरों में कपड़े की साफ-सफाई के लिए वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल होता है, लेकिन 44 प्रतिशत वॉशिंग मशीन में खतरनाक बैक्टीरिया पनपने के चांसेस रहते हैं। इसकी वजह से स्किन से जुड़ी समस्याएं, जैसे स्किन में जलन, फोड़े-फुंसी हो सकते हैं।


डिश वॉशर

वैसे तो कम घरों में डिश वॉशर का इस्तेमाल होता है लेकिन कुछ घरों में बर्तन धोने के लिए डिश वॉशर का यूज करते हैं। डिश वॉशर हाई टेम्परेचर इस्तेमाल होने वाली मशीन है, लेकिन फिर भी इसमें स्यूडोमोनास और एसिनेटोबैक्टर जैसे खतरनाक बैक्टीरिया पाए जाते हैं। इसकी वजह से फंगल इंफेक्शन होने और इम्यून सिस्टम कमजोर होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।

माइक्रोवेव

माइक्रोवेव में कीटाणु फैलने के कारण चर्म रोग और पेट दर्द जैसी समस्या हो सकती है।

सफाई करते समय रखें इन बातों का ध्यान

  • गुनगुने पानी से सफाई करें।
  • बैक्टीरिया या कीटाणु जल्दी मर जाएंगे।
  • नियमित रूप से सफाई करते रहें।
  • एप्लांयसेज की हर हिस्से की अच्छे से सफाई करें।
  • ध्यान रहे कि एप्लांयसेज में नमी न बनी रहे।

व्रत रखने से कंट्रोल हो जाएगा डायबिटीज, जानें कैसे होता है

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इन दिनों डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अगर आप भी डायबिटीज से परेशान हैं तो हफ्ते में दो दिन व्रत रखें। हफ्ते में सिर्फ दो दिन व्रत रखने से डायबिटीज को काफी हद तक कम किया जा सकता है। हाल ही में हुए एक शोध में इस बात की पुष्टि की गई है। दरअसल, डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर और वजन कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है।

इसी वजह से डॉक्टर्स भी संतुलित खाना खाने या डाइटिंग करने की सलाह ही देते हैं।

हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं के मुताबिक बिना डाइटिंग के यानि अन्य तरीकों से भी डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है।

ऐसे दो दिन व्रत रख कर कंट्रोल हो जाएगी डायबिटीज

शोधकर्ताओं की मानें हफ्ते में दो दिन व्रत रखने और बाकी 5 दिन नॉर्मल डाइट खाने से डायबिटीज कंट्रोल हो सकती है। रिसर्च में आए नतीजों के बाद यह दावा किया गया है कि डाइटिंग के दौरान व्यक्ति जितनी कैलोरी लेगा दो दिन व्रत के बाद भी वह उतनी ही कैलोरी गेन करेगा। इसको शोधकर्ताओं ने 5:2 डाइट प्लान नाम भी दिया है।

टाइप 2 डायबिटीज

अगर बात करें टाइप 2 डायबिटीज का तो इसका मुख्य कारण मोटापा है। इसे कंट्रोल करने के लिए नियमित कैलोरी वाली डाइट ही जरूर होती है। ऐसे में हमेशा नियंत्रित डाइट वाला खाना खा पाना मुश्किल होता है।

खासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें तरह-तरह के पकवान खाने की आदत हो। इन्हीं कारणों से शोधकर्ताओं ने लंबी रिसर्च के बाद ये नतीजा निकाला है कि हफ्ते में 2 दिन व्रत रह कर कैलोरी मेनटेन करना बेस्ट ऑप्शन है।

साथ ही यह भी जरूरी नहीं है कि लगातार दो दिन व्रत रखा जाए। मरीज अपनी सुविधा के अनुसार हफ्ते में किसी भी दो दिन व्रत रख सकते हैं।

डायबिटीज के मरीजों की संख्या

अगर डायबिटीज के मामले में भारत के आंकड़ों पर नजर डालें तो पूरे भारत में 7 करोड़ से ज्यादा लोगों को डायबिटीज है। इतना ही नहीं इनमें से 90 प्रतिशत लोगों को टाइप 2 डायबिटीज है। भारत में डायबिटीज होने पर एक व्यक्ति का 27,400 रुपए सालाना खर्च हो जाता है।


इसके अलावा ब्रिटेन में 37 लाख लोग, अमेरिका में 3 करोड़ और ऑस्‍ट्रेलिया में 17 लाख लोग डायबिटीज के शिकार हैं।

मनमुताबिक कर सकते हैं खान-पान

इस शोध में शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि दो दिन व्रत के बाद बाकी 5 दिनों में डायबिटीज के मरीज अपने मनमुताबिक खान-पान कर सकते हैं। सात दिन की डायटिंग या 2 दिन व्रत और 5 दिन खाना, दोनों तरह से शरीर में ब्लड ग्लूकोज को कंट्रोल किया जा सकता है।

ऐसे की गई रिसर्च

इस रिसर्च के लिए शोधकर्ताओं ने डायबिटीज के मरीजों को दो समूहों में बांट दिया। पहले ग्रुप को दो दिन व्रत और पांच दिन खाने के प्लान पर रखा तो वहीं दूसरे ग्रुप को पूरे हफ्ते डायटिंग करने के प्लान पर रखा गया।

शोधकर्ताओं ने पहले ग्रुप को रोज 1200-1500 कैलोरी दी। व्रत वाले दिन इन्हें 500-600 कैलोरी वाली डाइट दी गई। इस दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि पहले ग्रुप और दूसरे ग्रुप के लोगों का वजन औ ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहा।

सुकन्या समृद्धि योजना पर सरकार ने दिया बड़ा तोहफा

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सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोलने की न्यूनतम राशि को 1000 रुपए से घटाकर 250 रुपए कर दिया है। सालाना न्यूनतम राशि को भी 1000 से घटाकर 250 रुपए कर दिया है। इस नियम को बदलने के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवाएंगे।

 क्या है सुकन्या समृद्धि योजना खाता : सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 साल की उम्र होने तक लड़की के अभिभावक यह खाता खुलवा सकते हैं। गर्ल चाइल्ड के नाम पर इस सेविंग स्कीम को मोदी सरकार ने लांच किया था। योजना को सुगम बनाने के लिए सरकार ने सुकन्या समृद्धि अकाउंट रूल्स 2016 में संशोधन किया है

 गिरता लिंगानुपात हर वर्ग के लिए चिंता का विषय बन चुका है। महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य जरूरतों के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की है। 
सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य बेटियों की पढ़ाई और उनकी शादी पर आने वाले खर्च को आसानी से पूरा करना है। योजना के अंतर्गत बेटी की पढ़ाई व शादी के लिए डाक विभाग के पास ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ का अकाउंट खुलवाया जा सकता है। डाक विभाग के किसी भी पोस्ट ऑफिस के साथ अकाउंट खोलने के लिए सुविधा सेंटर में भी अलग काउंटर खुलेगा। यहां जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा कराने के बाद अकाउंट खुलया जा सकेगा।
 
यह है योजना: 
 
* सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में बेटी के नाम से एक साल में 1 हजार से लेकर 1 लाख पचास हजार रुपए जमा कर सकता है।
 
* यह पैसा अकाउंट खुलने के 14 साल तक ही जमा करवाना होगा और यह खाता बेटी के 21 साल की होने पर ही मैच्योर होगा।
 
* योजना के नियमों के अंतर्गत बेटी के 18 साल के होने पर आधा पैसा निकलवा सकते हैं।
 
* 21 साल के बाद खाता बंद हो जाएगा और पैसा पालक को मिल जाएगा।
 
* अगर बेटी की 18 से 21 साल के बीच शादी हो जाती है तो अकांउट उसी वक्त बंद हो जाएगा।
 
* अकाउंट में अगर पेमेंट लेट हुई तो सिर्फ 50 रुपए की पैनल्टी लगाई जाएगी
 
* पोस्ट ऑफिस के अलावा कई सरकारी व निजी बैंक भी इस योजना के तहत खाता खोल रही हैं। 
 
* सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खातों पर आयकर कानून की धारा 80-जी के तहत छूट दी जाएगी।
 
* पालक अपनी दो बेटियों के लिए दो अकाउंट भी खोल सकते हैं।
 
* जुड़वां होने पर उसका प्रूफ देकर ही पालक तीसरा खाता खोल सकेंगे। पालक खाते को कहीं भी ट्रांसफर करा सकेंगे।
 
योजना के अंतर्गत 2015 में कोई व्यक्ति 1,000 रुपए महीने से अकाउंट खोलता है तो उसे 14 साल तक यानी 2028 तक हर साल 12 हजार रुपए डालने होंगे। मौजूदा हिसाब से उसे हर साल 8.6 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा तो जब बच्ची 21 साल की होगी तो उसे 6,07,128 रुपए मिलेंगे। गौर करने वाली बात यह है कि 14 सालों में पालक ने अकाउंट में कुल 1.68 लाख रुपए ही जमा करने पड़े। बाकी के 4,39,128 रुपए ब्याज के हैं।
 
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज:
 
* बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र
* एड्रेस प्रूफ 
* आईडी प्रुफ
 

सैमसंग ने तैयार की है 5Gcity , 3Gbps तक की इंटरनेट speed

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साउथ कोरियन टेक्नलॉजी दिग्गज सैमसंग 5G को लेकर आक्रामक तरीके टेस्टिंग कर रही है. कंपनी ने 5G के डेमोंस्ट्रेशन के लिए 5G City तैयार की है. 5G टेक्नॉलॉजी को लेकर कंपनी दुनिया भर में कई टेलीकॉम कंपनियों के साथ पार्टनर्शिप की हैं.
सैमसंग ने 5G के फायदों को दिखाने के लिए कोरिया के सुवन में आंतरिक डिजिटल सिटी तैयार किया है. सैम मोबाइल की रिपोर्ट के मुताबिक यह दरअसल एक डेमो है जिसमें 5G स्टेडियम, 5G कियोस्क और 5G कनेक्टिविटी नोड लगाया गया है. कंपनी ने इस 5G City एक वीडियो जारी किया है जिसमें देखा जा सकता है कि 5G नेटवर्क के सहारे क्या संभव है.
सैमसंग के मुताबिक 5G सिटी आने वाले 5G दौर के कुछ पहलू को दिखने के मकसद से तैयार किया गया है , जहां चीजें 5G कम्यूनिकेशन नेटवर्क के जरिए दुनिया से जुड़ी होंगी. यह 5G सिटी सैमसंग के अंदर ही बनाई गई है. इसे तीन पार्ट में विभाजित किया गया है – 5G स्टेडियम, 5G कियोस्क और 5G कनेक्टिविटी नोड.


5G Kiosk
5G कियोस्क के जरिए हाई स्पीड डाउनलोड और भी बेहतरीन होगा. टेस्टिंग के तहत इसकी डाउनलोड स्पीड 1~3Gbps तक दर्ज की गई यानी 500MB की फाइल सिर्फ 5 सेकंड में ही डाउनलोड कर सकते हैं . यह कियोस्क लोगों को नई सर्विस प्रदान करेगा जिसमें हाई डेफिनिशन वीडियो, मैप डाइनलोडिंग और ऑटोनोमस व्हीकल्स के लिए बड़े सॉफ्टवेयर अपडेट शामिल होंगे.
5G Connectivity Node
इसके जरिए सीसीटीवी कैमरा, डिजिटल साइनेज और दूसरे सभी तरह के सेंसर 5G के तहत कनेक्ट किए जा सकेंगे. ये नेटवर्क की क्षमता को बढ़ाएंगे जिसकी वजह से ज्यादा से ज्यादा सेंसर करनेक्ट होंगे और ज्यादा सटीक तरीके से ट्रैफिक को मॉनिटर किया जा सकेगा. 8 हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरा और सिक्टोरिटी कंपनी का वीडियो अनालिसिस सॉफ्टवेयर कारों की ड्राइविंग स्पीड डिटेक्ट करेगा. ये सभी जानकारियां 5G नेटवर्क पर शेयर की जाएंगी, ताकि सेंट्रल कंट्रोल टावर सिर्फ एक टैबलेट डिवाइस से इसे आसानी से ऐक्सेस किया जा सके. भविष्य में इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल करते हुए और भी स्मार्ट और सेफ शहर बनाया जा सकता है.

 5G स्टेडियम 5G के दौर में स्पोर्ट्स स्टेडियम ऐसे होंगे. इसे मैसिव MIMO (मल्टिपल इनपुट मल्टिपल आउटपुट) का इस्तेमाल करके बनाया गया है. यह 5G के लिए अहम है. इस स्टेडियम में ऐसे सेटअप है जहां दर्जनों लोग हाई डेफिनिशन वीडियो स्ट्रीमिंग देख सकते हैं

स्मार्टफोन को हैक होने से और सुरक्षित रखें डेटा

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हममें से ज्यादातर लोग अपने स्मार्टफोन को बेफ्रिक अंदाज में इस्तेमाल करना चाहते हैं। उसपर कोई लॉक ना हो तो बहुत बढ़िया। बस आसानी से खुल जाए। लेकिन ऐसा करना खतरनाक है। कई चोर और हैकर्स ऐसे ही डिवाइस की तलाश में रहते हैं, ताकि वे आम लोगों की आर्थिक और निजी जानकारियां चुरा सकें।

उदाहरण के तौर पर, आपका ईमेल अकाउंट हैक हो जाने से बैंकिंग और अन्य संवेदनशील पासवर्ड लीक होने का खतरा बढ़ जाता है।

जिस तरह से मामूली साफ-सफाई से आप कई बीमारियों से बच सकते हैं। उसी तरह से इस डिजिटल युग में 'साइबर हाइजीन' की मदद से किसी बड़े खतरे को टाल सकते हैं।

अपने फोन को पासकोड से लॉक करें
अब आप अपने घर का दरवाजा अपनी गैरमौजूदगी में खुला तो नहीं छोड़ते। फोन पर पासकोड नहीं इस्तेमाल करना भी कुछ वैसा ही है।

चार डिजिट के पासकोड का इस्तेमाल और साथ में सेल्फ-डिस्ट्रक्ट फीचर को एक्टिवेट करना बेहद ही सुरक्षित तरीका है। सेल्फ डिस्ट्रक्ट फ़ीचर में आपके फोन में बार-बार गलत पासकोड डालने से फोन का डेटा पूरी तरह से गायब हो जाएगा। 6 डिजिट का पासकोड इस्तेमाल करने का पर उसका अनुमान लगा पाना 100 गुना और मुश्किल हो जाता है। लेटर और कैरेक्टर का इस्तेमाल करके इसे और मुश्किल बनाया जा सकता है। यह विकल्प एंड्रॉयड और आईफोन दोनों पर है।

आईफोन के सेल्फ डिस्ट्रक्ट फ़ीचर को यूज़र सेटिंग्स में Touch ID & Passcode सेक्शन में जाकर एक्टिवेट कर सकते हैं। 10 बार गलत पासकोड डालने पर फोन अपने आप ही पूरे डेटा को हटा देगा। ध्यान रहे कि अगर आप पासकोड भूल जाते हैं या फिर आपका बच्चा भी खेलते वक्त गलती से नंबर पंच करता रहता है, तो भी डेटा डिलीट हो जाएगा। एंड्रॉयड में भी ऐसा फ़ीचर है।

 इनक्रिप्शन का करें इस्तेमाल
आईफोन के साथ अच्छी बात यह है कि यह डिफॉल्ट में इनक्रिप्शन चलाता है। इसका मतलब है कि फोन पर स्टोर किए गए डेटा को निकाला नहीं जा सकता। या फिर उसे दूसरे कंप्यूटर पर पढ़ा नहीं जा सकता। जब तक फोन को अनब्लॉक नहीं किया जाए तब तक फोन से ली गई जानकारियां बिखरी हुईं हैं और पठनीय नहीं होती।

एंड्रॉयड में आपको यह सेटिंग्स में जाकर एक्टिवेट करना होगा। गूगल की पॉलिसी में इनक्रिप्शन उपलब्ध कराने का ज़िक्र है। लेकिन मार्केट में सिर्फ 2.3 एंड्रॉयड डिवाइस इस वर्ज़न में चल रहे हैं।

डिवाइस फाइंडर सेटअप करें
फाइंड माई आईफोन सिर्फ आपका फोन नहीं मिलने पर खोजने के लिए नहीं है।

अगर आपका डिवाइस किसी कारणवश गायब हो जाए, तो आपके काम आएगा लॉस्ट मोड। ऐसा करने से आपके फोन का स्क्रीन पासकोड के साथ लॉक हो जाएगा।
 यह ऐप आईफोन के साथ आता है, लेकिन आपको इसे अपने फोन खोने से पहले सेटअप करना होगा। आप एक्स्ट्रा फोल्डर में फाइंड आईफोन ऐप को खोज सकते हैं। एक्टिवेशन लॉक के कारण कोई चोर आपके फोन को बेच नहीं पाएगा। उसके लिए तो फोन इस्तेमाल करने योग्य भी नहीं रह जाता। ऐप्पल आईडी जाने बिना इसे फिर से एक्टिवेट नहीं किया जा सकता।

अगर ये सारे नुस्खे फेल हो जाएं, तो आप फोन के डेटा को अपने कंप्यूटर के जरिए भी डिलीट कर सकते हैं। हालांकि, ऐसा करने से सारा डेटा खो जाएगा।

बिल्कुल ऐसा ही विकल्प एंड्रॉयड फोन में तो नहीं है। लेकिन आप गूगल के एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर ऐप के साथ कई थर्ड पार्टी ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं

 अपने फोन का बैकअप बनाएं
अगर आप को मजबूरी में रिमोट सिस्टम से फोन का डेटा डिलीट करना पड़े तो फोन का बैकअप बनाते रहना एक अच्छी आदत साबित होगी। ऐसा करने से आप फोटो या फिर कोई महत्वपूर्ण डेटा नहीं खोएंगे।

ध्यान रहे कि फाइंड माई आईफोन और एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर को आपको पहले ही इंस्टॉल करना होगा। फोन खो जाने के बाद आप कुछ नहीं कर पाएंगे।

हमेशा सॉफ्टवेयर को अपडेट करें
सॉफ्टवेयर अपडेट में हमेशा उन कमियों को दूर किया जाता है जिनका फायदा हैकर उठाकर आपके डिवाइस के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं।

आईफोन पर तो ऐप्पल का अपडेट लगातार मिलता रहता है। हालांकि, एंड्रॉयड सिस्टम पर यह थोड़ा पेंचीदा है। गूगल अपडेट मोबाइल निर्माता कंपनियों के लिए रिलीज करती है। इसके बाद ये कंपनियां अपनी सुविधा अनुसार अपडेट को यूज़र तक पहुंचाने के बारे में फैसला करती हैं।

अब हर साल नहीं कराना पड़ेगा Car-Bike इंश्‍योरेंस

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पहली सितंबर 2018 से कार खरीदने के साथ दो साल का थर्ड पार्टी बीमा कराना अनिवार्य होगा. वहीं बाइक के साथ 5 साल का थर्ड पार्टी मोटर इंश्‍योरेंस खरीदना अनिवार्य कर दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने पहली सिंतबर 2018 से इस नियम को अनिवार्य बनाने का आदेश दिया है. कोर्ट ने भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) से इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी करने को कहा है. अब तक सिर्फ दोपहिया वाहनों के लिए ही एक साल से अधिक अवधि वाला बीमा कवर बाजार में मिल रहा था.
सिर्फ 45 फीसदी बाइक व स्‍कूटर ही बीमित

सुप्रीम कोर्ट ने सड़क सुरक्षा पर अदालती कमेटी की सिफारिशों का उल्‍लेख करते हुए यह नियम अनिवार्य किया है. कमेटी ने सिफारिश की थी कि दोपहिया या चौपहिया वाहनों की बिक्री के समय थर्ड पार्टी इंश्‍योरेंस कवर एक साल की जगह क्रमश: 5 साल और 2 साल के लिए अनिवार्य जाए. मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक सिर्फ 45 फीसदी बाइक व स्‍कूटर ही बीमित हैं जबकि 70 फीसदी कार इंश्‍योर्ड हैं.


क्‍या है थर्ड पार्टी इंश्‍योरेंस कवर
मोटर वाहन अधिनियम के मुताबिक सड़क पर दौड़ रहे सभी वाहनों का थर्ड पार्टी वाहन बीमा होना अनिवार्य है. हर पॉलिसी में दो हिस्‍से होते हैं-थर्ड पार्टी कवर व ओन डैमेज. देश में सभी वाहनों के लिए थर्ड पार्टी कवर अनिवार्य है. यह वाहन से किसी थर्ड पार्टी को नुकसान की भरपाई करता है. यह ओनर के वाहन को पहुंची क्षति को कवर नहीं करता. थर्ड पार्टी इंश्‍योरेंस कवर का प्रीमियम प्रत्‍येक वर्ष IRDA तय करता है.
इसके अलावा केंद्र सरकार जल्द ही मोटर व्हीकल नियमों में बदलाव करने जा रही है.

 डिजिटल इंडिया के तहत मोटर व्हीकल एक्ट को भी डिजिटाइज्ड करने की योजना है. यही वजह है कि अब आपको ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और इंश्योरेंस साथ लेकर नहीं चलना होगा. यह सब आपके मोबाइल पर होगा. दरअसल, अभी तक ट्रैफिक पुलिस गाड़ियों के ओरिजनल दस्तावेज देखते थे, लेकिन नए नियमों के बाद इसका डिजिटल वर्जन भी स्वीकार किया जाएगा. मोटर व्हीकल नियम में बदलाव होने के बाद ट्रैफिक कंट्रोलर्स गाड़ियों के सभी दस्तावेजों का डिजिटल वर्जन स्वीकार करेंगे.

 इसमें रजिस्ट्रेशन, गाड़ी का इंश्योरेंस, पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट और ड्राइविंग लाइसेंस शामिल हैं. सड़क परिवहन मंत्रलाय जल्द ही इस संबंध में एडवाइजरी जारी कर सकता है. फिलहाल, जारी किए गए ड्राफ्ट में जो प्रस्ताव दिए गए हैं उनमें डिजिटल डॉक्यूमेंट्स भी शामिल हैं. बदलाव के बाद सभी डॉक्युमेंट्स को डिजिटली अपने स्मार्टफोन में सेव रख सकेंगे और जरूरत पड़ने पर दिखाने के काम आएंगे.

Aadhaar नंबर को मोबाइल फोन से ऐसे करें लिंक

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सरकार ने सिम कार्ड को आधार नंबर से जोड़ने की प्रक्रिया की आखिरी तारीख ज़रूर टाल दी है, लेकिन वैरिफिकेशन तो अब भी ज़ारी है। अच्छी खबर यह है कि मंगलवार को यह प्रक्रिया आसान बना दी गई। अब सभी टेलीकॉम सब्सक्राइबर सिर्फ एक नंबर पर कॉल करके अपने सभी मोबाइल नंबर को आधार से वैरिफाई कर सकते हैं, चाहे नेटवर्क कोई भी हो। यह खबर राहत की सांस लेकर आई है, क्योंकि अब तक ग्राहक अपने मोबाइल नंबर को आधार नंबर से जोड़ने के लिए टेलीकॉम कंपनियों के ऑफलाइन स्टोर में जाने के लिए मजबूर थे। अब ग्राहक आईवीआर सेवा का इस्तेमाल करके अपने घर से ही मोबाइल नंबर को आधार से जोड़ सकते हैं।

अपने मोबाइल फोन को आधार से ऐसे करें लिंक
अगर आप अपने फोन नंबर को आधार से वैरिफाई करना चाहते हैं तो प्रक्रिया बेहद ही आसान है। बस आपके पास आधार नंबर होना चाहिए। आपके पास Airtel, Idea, Jio, Vodafone या किसी अन्य ऑपरेटर में से किसी का भी नंबर हो, आपको अपने मोबाइल नंबर से सिर्फ टोल फ्री नंबर 14546 पर कॉल करना है। इसके बाद रीवैरिफिकेशन के लिए आईवीआर के निर्देशों का पालन करना है।

 1. जब आप 14546 पर कॉल करेंगे, आपसे आपकी नागरिकता के बारे में पूछा जाएगा। क्या आप भारतीय हैं या एनआरआई। आप सही विकल्प चुनें।
2. इसके बाद आप 1 दबाकर अपने फोन नंबर को आधार से लिंक करने को मंज़ूरी देंगे।
3. अब आपको अपना आधार नंबर देना होगा और इसकी पुष्टि के लिए 1 दबाना होगा।
4. ऐसा करने के बाद आपके मोबाइल फोन पर वनटाइम पासवर्ड आएगा।
5. अब आपको अपना फोन नंबर डालना होगा।
6. यहां पर आप टेलीकॉम ऑपरेटर को यूआईडीएआई के डेटा बेस से आपका नाम, फोटो और जन्म की तारीख का ब्योरा लेने को मंजूरी देंगे।
7. इसके बाद आईवीआर में आपके नंबर के आखिरी चार आंकड़ों को बताया जाएगा, ताकि यह पुष्टि हो सके कि आपने सही नंबर दिया है।
8. अगर आपका नंबर सही है, तो अब एसएमएस के ज़रिए आए ओटीपी को इस्तेमाल करना है।
9. आधार-मोबाइल नंबर वैरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी करने के लिए आपको 1 दबाना होगा।
10. अगर आपके पास कोई और नंबर भी है तो आप उसे भी 2 दबाकर लिंक कर सकते हैं। इसके बाद आईवीआर सिस्टम के निर्देशों का पालन करना होगा। इस दौरान अपने दूसरे मोबाइल फोन को आसपास ही रखें, क्योंकि उस नंबर पर भी ओटीपी आएगा।

 आधार और मोबाइल नंबर को लिंक करने की प्रक्रिया के दौरान जो ओटीपी भेजा जाता है, वो 30 मिनट के लिए मान्य होता है। इसका मतलब है कि किसी कारणवश अगर कॉल ड्रॉप भी हो जाता है, तो आप दोबारा कॉल करके लिंक करने की प्रक्रिया के दौरान उस ओटीपी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आईवीआर सिस्टम में कहा जा रहा है कि मोबाइल नंबर को आधार से जोड़ने की आखिरी तारीख 6 फरवरी है। वहीं, कॉरपोरेट प्लान के सब्सक्राइबर को अपने नंबर को आधार से लिंक करने की ज़रूरत नहीं है।

अभी तक एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन ने इस आईवीआर सेवा की शुरुआत कर दी है। वहीं, जियो नंबर से कॉल करने पर आईवीआर ने हमें ग्राहक सेवा केंद्र अधिकारी से कनेक्ट करने की कोशिश की। लेकिन हर बार कॉल अपने आप ही बंद हो गया।

नवंबर महीने के आखिर में टेलीकॉम कंपनियों ने आधार और मोबाइल नंबर को ऑनलाइन जोड़ने के लिए वेबसाइट लाने की बात कही थी। हालांकि, अभी तक ऐसी कोई वेबसाइट नहीं आई है। डिजिटल इंडिया के ट्विटर अकाउंट द्वारा एक ट्वीट में इस्तेमाल की गई तस्वीर को देखकर यही लगता है कि यूज़र एमआधार ऐप के ज़रिए अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कर पाएंगे। यह ऐप अभी सिर्फ एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।

Beach पर नहीं पी सकेंगे शराब, इस तारीख से लग जाएगा BAN

बैन के बावजूद आप बीच पर शराब पीते हैं तो वहां की पुलिस सख्ती के साथ आप पर कार्यवाही करेगी. साथ ही प्लास्टिक कूड़ा फैलाने पर 100 रु. के बद...