बॉलीवुड डेस्क.सोनाली
बेन्द्रे ने अपने बेटे रनवीर के साथ एक फोटो शेयर किया है। इस फोटो के साथ
सोनाली ने एक इमोशनल मैसेज में लिखा है कि कैसे उन्होंने बेटे को अपनी
बीमारी के बारे में बताया। इन दिनों रनवीर के समर वेकेशन चल रहे
हैं और वे सोनाली और गोल्डी बहल के साथ न्यूयार्क में ही हैं। सोनाली के
बेटे रणवीर 12 साल के हैं और उन्होंने मां की बीमारी का पता चलने पर कैसे
रिएक्ट किया, यह सब सोनाली ने अपनी पोस्ट में लिखा है।
ये है सोनाली का मैसेज :"आज से 12 साल, 11 महीने और 8 दिन पहले वह पैदा हुअा था, तभी से मेरे दिल पर राज कर रहा है। तब से उसकी खुशी को ध्यान में रखकर ही मैंने और गोल्डी ने सब किया है। और जब कैंसर ने अपनी बदसूरती के साथ सर उठाए खड़ा हुआ, तब हमारी सबसे बड़ी दुविधा यही थी कि हम कब और कैसे उसे बताएं। हम जानते थे कि उसे सब कुछ पूरी तरह बताना बहुत ही जरूरी था। उतना ही ज्यादा हम उसे प्रोटेक्ट करना भी चाहते थे। हम हमेशा से ही उसके साथ ईमानदार रहे हैं, और इस बार भी कुछ अलग नहीं हो रहा था। उसने इस खबर को भी उतनी ही मैच्योरिटी के साथ लिया। उसी क्षण से वह मेरे लिए पॉजीटिविटी और स्ट्रेंथ का सोर्स बन गया। कभी-कभी हमारे रोल बदल जाते हैं, वह मुझे पेरेंट्स की तरह उन चीजों की याद दिलाता है जो मुझे करनी होती हैं।
मेरा मानना है कि बच्चों को भी ऐसी कंडीशन में इन्वॉल्व करना जरूरी है। वे उससे कहीं ज्यादा परिपक्व हाेते हैं, जितना हम उन्हें समझते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम उन्हें साइड लाइन करके इंतजार करने की जगह उनके साथ समय बिताएं। दर्द और जीवन की सच्चाईयों से उन्हें सुरक्षा देने के हमारे प्रयास की जगह हम उन्हें साथ रख सकते हैं।
अभी रणवीर के समर वेकेशन चल रहे हैं और मैं उसके साथ समय बिता रही हूं। उसकी शैतानियां मुझे सनशाइन की तरफ ले जाती हैं, और हम आज एक दूसरे की ताकत बन गए हैं।"
ये है सोनाली का मैसेज :"आज से 12 साल, 11 महीने और 8 दिन पहले वह पैदा हुअा था, तभी से मेरे दिल पर राज कर रहा है। तब से उसकी खुशी को ध्यान में रखकर ही मैंने और गोल्डी ने सब किया है। और जब कैंसर ने अपनी बदसूरती के साथ सर उठाए खड़ा हुआ, तब हमारी सबसे बड़ी दुविधा यही थी कि हम कब और कैसे उसे बताएं। हम जानते थे कि उसे सब कुछ पूरी तरह बताना बहुत ही जरूरी था। उतना ही ज्यादा हम उसे प्रोटेक्ट करना भी चाहते थे। हम हमेशा से ही उसके साथ ईमानदार रहे हैं, और इस बार भी कुछ अलग नहीं हो रहा था। उसने इस खबर को भी उतनी ही मैच्योरिटी के साथ लिया। उसी क्षण से वह मेरे लिए पॉजीटिविटी और स्ट्रेंथ का सोर्स बन गया। कभी-कभी हमारे रोल बदल जाते हैं, वह मुझे पेरेंट्स की तरह उन चीजों की याद दिलाता है जो मुझे करनी होती हैं।
मेरा मानना है कि बच्चों को भी ऐसी कंडीशन में इन्वॉल्व करना जरूरी है। वे उससे कहीं ज्यादा परिपक्व हाेते हैं, जितना हम उन्हें समझते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम उन्हें साइड लाइन करके इंतजार करने की जगह उनके साथ समय बिताएं। दर्द और जीवन की सच्चाईयों से उन्हें सुरक्षा देने के हमारे प्रयास की जगह हम उन्हें साथ रख सकते हैं।
अभी रणवीर के समर वेकेशन चल रहे हैं और मैं उसके साथ समय बिता रही हूं। उसकी शैतानियां मुझे सनशाइन की तरफ ले जाती हैं, और हम आज एक दूसरे की ताकत बन गए हैं।"
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